Heart Touching Gulzar Shayari
The collection of heart touching Gulzar Shayari in Hindi encapsulates the deep emotions and intricate thoughts often explored in his poetry. These Shayari touch on themes of love, pain, friendship, and life’s journey, reflecting the complexities of human experiences. Gulzar’s verses highlight the beauty of enduring relationships, the poignant ache of unfulfilled desires, and the resilience required to navigate life’s ups and downs. His words paint vivid pictures of longing, introspection, and the silent strength found in moments of solitude. Overall, the Shayari resonate with a profound sense of empathy and understanding, making them deeply relatable and emotionally impactful.
तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हैरान हूँ मैं।
कुछ इस तरह से दोस्ती निभाई जाए, अगर रंजिशें हों भी तो छुपाई जाएं।
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते।
वक्त रहता नहीं कहीं टिक कर, आदत इस की भी इंसान जैसी है।
रातभर दर्द की कश्ती चली, ना सुबह हुई ना सफर हुआ।
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे, खरीदार दर्द भी दे गए और दिल भी।
तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा नहीं, तेरे बिना जिंदगी भी लेकिन जिंदगी नहीं।
कभी तो चौक के देखे वो हमारी तरफ, जिसने हमसे नजरें चुरा ली हैं।
बहुत अंदर तक तबाही मचाता है, वो अश्क जो आंख से ढुलता नहीं।
रास्ते तो खत्म हो जाते हैं, पर सफर नहीं।
टूट कर बिखरे हैं लेकिन फिर भी मुस्कुराए हैं, यही सीख है जिंदगी की।
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं, कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
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